लेखनी प्रतियोगिता -22-Feb-2023प्रतियोगिता सुनो प्रीति
तड़प रहा हूँ प्रीति बिन तेरे, मुझसे अब रहा नहीं जाता!! तेरी ख़ामोशी मुझे हर बार, है दर्द दिए जाता!! बिन तेरे प्रीति गुजरी हैं कैसे, रातें और हर पल!! दुःख इस इंतजार का, अब सहा नहीं जाता!! दिल की ये तकलीफ अब, हमसे कहा नहीं जाता!! दुआ दो मुझको के इस जहाँ में, हमने सिर्फ तुम्हें ही चाहा हैं!! दुनियां को सारी ठुकरा कर, दिल में सिर्फ तुम्हें ही बसाया है!! समझ जाओ प्रीति बेक़रारी मेरी, ये बात हर बार मुझसे,अब बताया नहीं जाता!! तुम मेरे साथ मेरे पास होती, तो और बात होती!! हम तुम्हें प्यार करते प्रीति, और हमसे जताया भी जाता!! यूँ रूठा ना करो हमसे, तुम दूर रहकर!! तुम करीब होती तो, हमसे मनाया भी जाता!! तुम पास होते तो मोहब्बत में, गुस्ताखियाँ भी बेशुमार होती!! यूँ दूर दूर से ज्यादा, मोहब्बत भी दिखाया नहीं जाता!! एक बार करीब से गुजरी थी,जान मेरी तुम दिल को धड़का कर!! ना जाने अब आकर कब मिलोगी, दिल मेरा है आहे भरता!! अबके आना मेरी प्रीति तो, तुम्हें बाहों भर लूँगा मैं!! फिर जाने ना दूंगा तुम्हें, खुद से दूर कभी!! जान मेरी तुम्हारी दूरी के एहसास से, हमसे अब जिया नहीं जाता!! 🙏जय हिन्द 🙏 🙏सुशील कुमार पाण्डेय 🙏 🙏❤️🌹spps❤️🌹🙏
Alka jain
01-Mar-2023 07:16 PM
Nice 👍🏼
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Abhinav ji
23-Feb-2023 08:37 AM
Very nice 👍
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पृथ्वी सिंह बेनीवाल
22-Feb-2023 11:49 PM
बहुत खूब
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